थल सेनाध्यक्ष जनरल मुकंद नरवाने जैसलमेर में सेना की तरफ से विकसित वेलनेस सेंटर का दौरा किया। कोरोना संदिग्ध लोगों को आइसोलेट रखने के लिए सेना ने यह सेंटर बनाया है। सेनाध्यक्ष ने वेलनेस सेंटर में उपलब्ध सुविधाओं को देखा और वहां रह रहे लोगों को उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं की समीक्षा की। उन्होंने बेहतरीन वेलनेस सेंटर बनाने के लिए सेना की दक्षिणी कमान और विशेष रूप से कोणार्क कोर के अधिकारियों की पीठ थपथपाई।
जैसलमेर में सेना के वेलनेस सेंटर में दुनिया में कोराना से सबसे अधिक प्रभावित देशों में से एक ईरान से 484 भारतीय नागरिकों को विशेष विमान से लाकर रखा जा रहा है। भारतीय सेना ने एक मॉडल के रूप में एक हजार से अधिक लोगों को आइसोलेटेड रखने के लिए इस वेलनेस सेंटर में बेहतरीन सुविधाएं जुटाई है। इसमें रहने वाले भारतीय नागरिकों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो इसके लिए सेना के आला अधिकारी लगातार नजर बनाए हुए है। सेना की तरफ से बताया गया है कि इसमें रहने वाले सभी नागरिक स्वस्थ व प्रसन्न है।
हेलिकॉप्टर के जरिए जैसलमेर के मिलिट्री स्टेशन पर पहुंचने पर बैटल एक्स डिवीजन के जीओसी मेजर जनरल राकेश कपूर सहित अन्य अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। आर्मी चीफ के साथ दक्षिणी कमान के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल सीपी मोहंती भी यहां आए है। अपनी यात्रा के दौरान सेनाध्यक्ष नरवाने ने जैसलमेर में सेक्टर कमांडरों की एक महत्वपूर्ण बैठक में हिस्सा लिया। उन्होंने सैन्य अधिकारियों से पूरे क्षेत्र की ब्रीफिंग ली व ऑपरेशनल तैयारियों की समीक्षा की।
अधिकारियों ने उन्हें पूरे क्षेत्र की हालातों के बारे में जानकारी दी। इसके पश्चात सेनाध्यक्ष सीमावर्ती तनोट क्षेत्र की यात्रा की। उन्होंने वहां तैनात सैन्य अधिकारियों से सुरक्षा से जुड़े मामलों पर विस्तार से चर्चा की। सेनाध्यक्ष ने अग्रिम मोर्चे पर तैनात जवानों से भी मुलाकात कर उनसे बातचीत की।